ब्लास्टिंग से उड़ने वाले पत्थर लोगों के घरों में जा रहे हैं, जिससे हो रही जन हानि
डीएम से मिले 5 गांव के लोग, 6 क्रेशर को मिल चुकी अनुमति
बांदा। (भानु प्रभात ब्यूरो) परेशान ग्रामीणों ने डीएम दीपा रंजन को सौंपा ज्ञापन। गिरवा क्षेत्र के पांच गांवों के लोगों ने पहाड़ों में अवैध ब्लास्टिंग, क्रेशर से हजारों बीघा फसल बर्बाद, पौराणिक मंदिरों को खतरा, जनहानि और पर्यावरण असंतुलन को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। तत्काल प्रभाव से सभी पहाड़ों और क्रेशर पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है। बुंदेलखंड सूखे और प्रकृति की मार के लिए जाना जाता है। बांदा के गिरवा क्षेत्र को बांदा की काशी के नाम से जाना जाता है।
यहां गिरवा में पौराणिक भूतेश्वर बाबा, जरर में पौराणिक शिव मंदिर और पतरहा में किशनगुर बाबा का शिव मंदिर और शक्ति पीठ विंध्यवासिनी का मंदिर है। सभी मंदिर पहाड़ों में हैं, पर प्रशासन और शासन 6 क्रेशर को अनुमति दे चुका है और 18 को और अनुमति देने जा रहा है।वहीं, पहाड़ों में अवैध ब्लास्टिंग हो रही है, जिससे मंदिरो को खतरा बना हुआ है। लोगों की आस्था को चोट पहुंच रही है तो दूसरी तरफ बिना मानक के चल रही क्रेशर से उड़ने वाली डस्ट से लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ रहा है और हजारों बीघा फसल चौपट हो रही है।
ओवरलोड परिवहन से सड़कें बदहाल हो चुकी हैं। ब्लास्टिंग का कोई समय नहीं हैं। ब्लास्टिंग से उड़ने वाले पत्थर लोगों के घरों में जा रहे हैं जिससे जन हानि हो रही है।आज पांच गांवों के आधा सैकड़ा लोगों ने खनन व क्रेशर पर प्रतिबंध लगाए जाने व क्षेत्र को पर्यटन के रूप में विकसित किए जाने को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा वहीं जिलाधिकारी दीपा रंजन ने ग्रामीणों के दिए ज्ञापन पर जांच के आदेश किए हैं,उन्होंने कहा है कि अगर गलत हो रहा है तो उसे तत्काल रोका जाएगा।