पिछले वर्ष देश भर में हुई 25 लाख शादियाँ तथा 3 लाख करोड़ का व्यापार – सुशील शिवहरे
4 नवम्बर से शुरू हो रहे एक महीने में देश भर में होगा जबरदस्त व्यापार, बाजार पूरी तरह तैयार
चित्रकूट। (भानु प्रभात ब्यूरो) इस वर्ष दिवाली के त्योहारी सीजन में हुए जोरदार व्यापार से उत्साहित होकर देश भर के व्यापारी अब शादी के सीजन की बिक्री में जुट गए हैं। 4 नवम्बर देव उठान एकादशी से 14 दिसम्बर तक लगभग 40 दिनों के शादियों का पहला चरण शुरू हो गया है। जिसमें देश भर में लगभग 32 लाख शादियों के होने का अनुमान है। इस सीजन में लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपए से अधिक का व्यापार होना आंका जा रहा है। यह बातें कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के चित्रकूट जिलाध्यक्ष सुशील शिवहरे ने कही। पिछले वर्ष इस चरण में देश भर में लगभग 25 लाख शादियाँ हुई थी तथा लगभग 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हुआ था। यह आँकड़ा कैट की रिसर्च शाखा “कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी” द्वारा हाल ही में देश के कुछ शहरों में व्यापारियों एवं सर्विस प्रोवाइडर्स के बीच कराये गये एक सर्वे के द्वारा लिया गया है।

कैट जिलाध्यक्ष सुशील शिवहरे ने बताया की शादियों के सीजन के अच्छे व्यापार की संभावनाओं को देखते हुए देशभर के व्यापारियों ने व्यापक तैयारियां की हैं और दिवाली पर्व पर हुए रिकॉर्ड कारोबार से उपजे उत्साह को बाज़ारों में बरकरार रखने के सभी प्रबंध किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया की प्रत्येक शादी का लगभग 20 प्रतिशत खर्च वधू एवं वरपक्ष को जाता है। जबकि 80 प्रतिशत खर्च शादी को सम्पन्न कराने में काम करने वाली अन्य तीसरी एजेंसियों को जाता है, इसलिए शादियों का सीजन भी देश में एक बड़े व्यापार का रूप ले चुका है ।

श्री शिवहरे ने बताया की इस एक महीने के शादी के सीज़न में लगभग 6 लाख शादियों में प्रत्येक शादी में लगभग 3 लाख रुपए खर्च होंगे। वहीं लगभग 10 लाख शादियों में प्रति शादी खर्च लगभग 5 लाख प्रति शादी होगा , 10 लाख शादियाँ जिनमें 10 लाख प्रति शादी, 5 लाख शादियाँ जिनमें 25 लाख प्रति शादी , 50 हज़ार शादियाँ जिनमें लगभग 50 लाख प्रति शादी एवं 50 हजार शादियां ऐसी होंगी जिनमें 1 करोड़ या उससे अधिक धन खर्च होगा। कुल मिलाकर इस एक महीने के शादी के सीजन में लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपये का धन प्रवाह बाज़ारों में इस वर्ष शादी की खरीदी के माध्यम से होना संभावित है । शादियों का दूसरा चरण 14 जनवरी मकर संक्रांति से शुरू होकर जुलाई, 2023 तक चलेगा।