बदले की आग में चरवाहे के साथी ने सब्बल से हमला कर की थी हत्या
पूर्व में नशे में हुई मारपीट से था नाराज
बाँदा। (भानु प्रभात ब्यूरो) पशु आश्रय स्थल के चरवाहे की हत्या उसी के साथी चरवाहे ने दोपहर में नशे में हुई मारपीट का बदला लेने के लिए किया था। पुलिस हिरासत में आरोपित ने कबूल किया कि उसने सब्बल से सिर में कई बार हमलाकर उसे मौत के घाट उतारा है। एसओजी व थाने की पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर आला कत्ल सब्बल, कपड़े व मोबाइल फोन बरामद किया है। हालांकि लिखा-पढ़ी न होने से पुलिस अभी हत्यारोपित की गिरफ्तारी होना नहीं दिखा रही है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हमीरपुर जनपद के ग्राम कुनेहटा निवासी रामफल का 23 वर्षीय पुत्र भागवत उर्फ राज यहां पैलानी थाना के ग्राम अमलोर पशु आश्रय केंद्र में चरवाहे का काम करता था। शनिवार रात उसे काम पर लगवाने वाले महोबा निवासी दूसरे चरवाहे ओमप्रकाश ने सब्बल से सिर पर ताबड़-तोड़ करीब करीब छह से सात बार वार कर हत्या कर दी थी। शव को दरी से लपेटकर फरार हो गया था आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद पंचायत भवन में शव को दरी से लपेटकर फरार हो गया था। बाद में 16 अक्टूबर की शाम करीब साढ़े चार बजे हत्यारोपित चरवाहे ने खुद पंचायत मित्र को उसका शव मिलने की जानकारी दी थी।
एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र, सीओ सदर गवेंद्र गौतम,एसओजी व थाने की पुलिस देर रात तक घटना को सुलझाने में लगे रहे। पुलिस ने हत्यारोपित ओम प्रकाश साहू व तीसरे चरवाहे घसीटा निषाद निवासी रेंहुटा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी। जिसमें घसीटा ने खुद को रात में अपने घर जाना बताया था। जबकि हत्यारोपित ने घटना करना स्वीकार किया था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सब्बल व कपड़ों को पशु आश्रय स्थल से बरामद किया।दिवंगत का मोबाइल पुलिस को खेत से मिला है। हत्यारोपित ने यह भी बताया कि शराब के नशे में पहले दिन में उनका आपस में विवाद हुआ था। जिसमें राज ने उसकी पिटाई कर दी थी। इसी आक्रोश को लेकर रात में उसको मौत के घाट उतारा है।
एएसपी ने बताया कि आला कत्ल बरामद कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा। जुआ खेलने के बाद हुई थी शराब पार्टी, ग्रामीणों ने बताया कि घटना के दिन तीनों चरवाहों ने सबसे पहले पशु आश्रय स्थल अमलोर में जुआ खेला था। जिसमें घसीटा निषाद करीब 6 हजार रुपये जीत गया था।जुआं जीतने के बाद तीनो ने शराब व अंडा की पार्टी की थी। जिसके लिए तीनो लोग गांव के क्योटरा से अवैध देशी शराब खरीदी थी।करीब नौ बजे रात को वह पशु आश्रय स्थल से पंचायत भवन को निकले थे। रास्ते में एक दुकान से उन्होंने माचिस बीड़ी खरीदी थी। घसीटा निषाद वहां से अपने घर रेहुंटा चला गया था।बाद में हत्यारोपित ने घटना की थी।
चरवाहे की हत्या के बाद जहाँ हत्यारोपित को पकड़ने के लिए पुलिस की कई तीन टीमें पर्दाफाश के लिए गठित रही हैं। वहीं सोमवार को एसडीएम पैलानी लाल सिंह यादव ने पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। इस मौके पर थाना निरीक्षक नंदराम प्रजापति भी मौजूद रहे हैं।प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने आसपास की स्थिति देखी है।दिवंगत चरवाहे राज के कुनेहटा गांव निवासी चाचा रामराज व चचेरे भाई ईश्वरदीन ने बताया कि उसकी किसी से रंजिश नहीं थी।वह तीन वर्ष से शहर में रहकर बेलदारी करता रहा है। पशु आश्रय स्थल में उसे कैसे रखा गया था। वह समझ नहीं पा रहे हैं। वह शराब पीता रहा है।
सोमवार सुबह उन्होंने थाने जाकर शव की पहचान की है। घटना से एक दिन पहले शुक्रवार को उसने फोन पर उसे बड़े भाई रामसखा से बात की थी। उस समय भी उसने किसी से विवाद होना नहीं बताया था। वह दशहरे के बाद घर से मजदूरी करने शहर आया था। स्वजन ने बताया कि वह दो भाइयों में छोटा था। उसकी इसी वर्ष शादी करनी थी।इसके लिए करहिया मौदहा गांव में उसकी शादी की बात चल रही थी।