आरोपियों ने डूबने से हुई मौत की बात कही थी, जबकि गोलू तैरना जानता था
परिजनों ने लगाई थी कोर्ट से गुहार
रिपोर्ट – विकास श्रीवास्तव (समाचार संपादक)
चित्रकूट (भानु प्रभात ब्यूरो)। शंकर बाजार निवासी विवेक शिवहरे उर्फ गोलू की मौत के लगभग एक माह बाद सरधुवा थाने में तीनों आरोपियों पर धारा 302, 328, 506 और धारा 201 भा. द. सं. के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। हालांकि गोलू के परिजन अभी भी पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं नजर आ रहे। उनका कहना है कि अब तो सिर्फ कोर्ट पर भरोसा है।
शंकर बाजार निवासी कृष्णदत्त शिवहरे की ओर से सरधुवा थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई है। कृष्णदत्त के अनुसार, उनके बेटे गोलू उर्फ विवेक को खाना खाते समय 27 अगस्त को सौरभ सिंह, संजय द्विवेदी व सौरभ करवरिया निवासी शंकर बाजार घर से अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गए थे। शाम सवा सात बजे गौरव पुत्र संतोष ने सूचना दी कि गोलू पानी में डूबकर मर गया है और उसका शव पहाड़ी के अस्पताल में रखा है। वहां स्ट्रेचर पर गोलू का शव रखा था और शरीर पर सिर्फ अंडरवियर था।
घटना के संबंध में तीनों आरोपियों के अलग-अलग बातें बताने से उनका शक बढ़ा था। इन लोगों ने डूबने का स्थान पनौती थाना सरधुवा स्थित नाला बताया। गोलू के परिजनों का शक तब और बढ़ा था, जब इन लोगों ने डूबने से हुई मौत की बात कही थी, जबकि गोलू तैरना जानता था। उन्होंने आशंका जताई थी कि रंजिशवश उसे पानी में डुबोकर या कोई नशीली चीज खिलाकर मारा गया है। गोलू के मोबाइल सिम को वोडाफोन से एयरटेल में पोर्ट भी किया गया था। 28 सितंबर को तीनों आरोपियों सौरभ द्विवेदी पता अज्ञात, संजय द्विवेदी पता अज्ञात और सौरभ करवरिया पता शंकर बाजार कर्वी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
कोर्ट से ही है न्याय की आशा –
गोलू के पिता कृष्णदत्त शिवहरे ने बताया कि सबको अब न्यायालय से ही न्याय की आशा है। बताया कि जब उनको पुलिस से न्याय न मिलता दिखा तो उन्होंने धारा 156 (3) के तहत कोर्ट में गुहार लगाई। कोर्ट ने 30 सितंबर तक आख्या मांगी थी। इसके दो दिन पहले पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। अभी भी है परिजनों को डर -गोलू के मामा अरविंद शिवहरे ने कहा कि उन लोगों को आरोपियों से जानमाल का खतरा है। रिपोर्ट लिखे कई दिन होने के बाद भी अबतक इनकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है और ये खुलेआम घूम रहे हैं। बताया कि जब वे लोग रिपोर्ट लेने जा रहे थे तो उनकी गाड़ी का पीछा भी किया गया था। इसकी जानकारी भी पुलिस को दे दी गई थी।
दैनिक भानु प्रभात ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी खबर –
दैनिक भानु प्रभात ने इस पूरे मामले को प्रमुखता से 13 और 15 सितंबर के अंक में प्रकाशित किया था। अरविंद शिवहरे ने दैनिक समाचार पत्र का आभार जताया और कहा कि आम आदमी की व्यथा को उजागर करने से यह कम दिनों में लोगों के विश्वास को जीत रहा है। मैं आपकी टीम का हमेशा ऋणी रहूंगा।