कोई भी हॉस्पिटल बिना परमानेंट रजिस्ट्रेशन के संचालित नहीं हो सकता – सीएमओ डॉ भूपेश द्विवेदी
स्वास्थ्य विभाग ने कसहाई रोड़ में संचालित हॉस्पिटल को नहीं किया रजिस्टर्ड, ना तो कोई एनओसी मिली, ना ही हॉस्पिटल का नक्शा पास
चित्रकूट। (भानु प्रभात ब्यूरो) जनपद में बिना रजिस्ट्रेशन संचालित हो रहे हॉस्पिटल मरीजों के लिए जी का जंजाल बनते जा रहे हैं। स्वास्थ्य महकमा सब कुछ जानते हुए भी आंखे बंद किए बैठा है। जब कोई मौत होती है तो जांच के नाम पर उसे मैनेज कर लिया जाता है। कई हॉस्पिटल ऐसे हैं जहां हाल ही में कई लोगों को अपने परिजनों की जान से हाथ धोना पड़ा। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। आज भी वो जांचे हॉपिटल संचालकों द्वारों स्वास्थ्य विभाग को मैनेज कर के दबा दी गई। ऐसे ही बिना रजिस्ट्रेशन एक जनता हॉस्पिटल कसहाई रोड़ में चल रहा है। जिसका आज तक ना तो कोई एनओसी मिली ना ही हॉस्पिटल का नक्शा ही पास है।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग के दावे के मुताबिक कोई भी ऐसा हॉस्पिटल नहीं है जो बिना रजिस्ट्रेशन संचालित हो। जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है। कसहाई रोड़ में चल रहा जनता हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले से चल रहा है। वहां बैठने वाले डॉक्टर राहुल ने बताया की जनता हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन नहीं है। आवेदन कर दिया गया है। लेकिन एनओसी नहीं होने के कारण रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। अब आप खुद सोचिए जिसको विभाग ने एनओसी नही दी वो कैसे हॉस्पिटल संचालित करने का अधिकार रखता है। ऐसा तो संभव ही नहीं है की विभाग के पास इसकी जानकारी ना हो। शायद संचालक ने स्वास्थ्य विभाग में सेटिंग कर रखी है। अगर विभाग अब भी कार्यवाही नहीं करता तो ये बात की पुष्टि भी हो जायेगी। वहीं इस संबंध में चित्रकूट सीएमओ डॉ भूपेश द्विवेदी से पूछने पर उन्होंने कहा की आप ऐसे हॉस्पिटल का नाम बताइए जो अवैध रूप से चल रहे हैं। कोई भी हॉस्पिटल बिना परमानेंट रजिस्ट्रेशन के संचालित नहीं हो सकता। कार्यवाही होगी।
क्या बोले डॉक्टर राहुल –
जनता हॉस्पिटल को मौके से संचालित कर रहे बीएएमएस डॉक्टर राहुल से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने माना कि जनता हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित है। ऐसा नहीं होना चाहिए। जल्द ही एनओसी मिलते ही रजिस्ट्रेशन करा लिया जाएगा। संचालक कौशांबी के देवेंद्र है। साथ ही उनके दो पार्टनर भी है हरिओम और कुलदीप। हॉस्पिटल में अभी ओपीडी नहीं करते हैं। सिर्फ नॉर्मल मरीजों को ही देखते हैं। बताया की रजिस्ट्रेशन में एमबीबीएस डा0 त्रिभुवन सिंह है। वो भी आते हैं। हालांकि लोगों ने बताया की हॉस्पिटल को सिर्फ तीन लोग ही संचालित करते हैं।
क्या बोले चित्रकूट सीएमओ –
बिना रजिस्ट्रेशन संचालित हो रहे हॉस्पिटल के संबंध में चित्रकूट सीएमओ डॉ भूपेश द्विवेदी से पूछने पर उन्होंने नाराज होते हुए कहा की आप ऐसे हॉस्पिटल का नाम बताइए जो अवैध रूप से चल रहे हैं। कोई भी हॉस्पिटल बिना परमानेंट रजिस्ट्रेशन के संचालित नहीं हो सकता। अगर ऐसा कहीं भी जानकारी आपके माध्यम से या जनता के माध्यम से मिलेगी तो सख्त कार्रवाई की जायेगी।