आजादी के बाद से अभी तक घरों में नहीं पहुंचा उजाला, फिर भी आ गया बिल
रिपोर्ट-पुष्पराज कश्यप
चित्रकूट। (भानु प्रताप ब्यूरो) विभागों की लापरवाही के किस्से आपने बहुत सुनें होंगे लेकिन जो आज हम आपको बताएंगे उसको सुनकर आप चौंक जाएंगे। जनपद के मानिकपुर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत गढ़चपा के मजरा जरका पुरवा में सरकारी कागजों में बिजली जगमगा रही है। जब कि हकीकत है कि आज तक बिजली नहीं पहुंच पाई है। 70 वर्ष आजादी के बाद भी अनुसूचित बस्ती व आदिवासी बस्ती में लाइट ना होने से लोग आज भी गुलामी की जिंदगी जीने को मजबूर। गौरतलब है कि जरका पुरवा की आबादी लगभग 1200 है। हैरत की बात तो तब हुई जब बिना लाइट जलाए बिजली विभाग ने बिल भेज दिया।
ग्रामीणों के मुताबिक सन 2019 से गांव में केवल 8 पोल गड़े हुए हैं। विद्युत विभाग की उदासीनता के चलते आज तक तार नहीं खींची गई और ना ही बस्ती में आज तक लाइट पहुंच पाई। गजब तो तब हुआ जब दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिo के अधिकारी के द्वारा 17 घरों में बिजली का बिल भेज दिया गया है l ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में बिजली के खंभे तो गाड़ दिए गए लेकिन तार नही होने के कारण बिजली नहीं मिल पा रही और ऊपर से विभाग ने उनको बिल भेज दिए हैं। समाजसेवी अरुण सिंह बघेल उर्फ मिंटू सिंह व ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से बिजली की तार खिंचवाने व बिल माफ करने की मांग की।