अपने दुर्दीनों के साथी खांटी समाजवाजी स्व0 राजबहादुर यादव को कभी नहीं भूले मुलायम
समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर चित्रकूट हमेशा रहा बिजली कटौती मुक्त
चित्रकूट। (भानु प्रभात ब्यूरो) समाजवादी पार्टी के संस्थापक उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का आज निधन हो गया। वो काफी वक्त से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर समाजवादियों को तो छोड़िए गैर समाजवादी पार्टी के नेताओं की आंखें भी नम दिखी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश में तीन दिन का राजकीय अवकाश घोषित कर दिया। इन दिनों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। उनके पुत्र एवम समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा की ” मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे”। मुलायम सिंह यादव का चित्रकूट से बहुत ही पुराना रिश्ता रहा है। यहां के खांटी समाजवादी नेता स्व0 राजबहादुर यादव से उनकी काफी नजदीकियां रही। उनके पुत्र वर्तमान सपा जिलाध्यक्ष अनुज सिंह यादव ने नेता जी से और उनके पिता से जुड़ी कई स्मृतियों को हमसे साझा किया।
सोमवार का दिन समाजवादी पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता सहित पूरे देश के लिए आज का बहुत दुखद रहा। आज धरती पुत्र के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव नही रहे। आज सुबह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। मुलायम सिंह 3 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। वो 8 बार विधानसभा के सदस्य रहे। साथ ही वो 7 बार लोकसभा के सदस्य रहे। उनकी उम्र 82 वर्ष थी। वो मौजूदा समय में समाजवादी पार्टी के संरक्षक थे। नेता जी का चित्रकूट से बहुत लगाव था। मुलायम सिंह यादव के दुर्दिनों के साथी पूर्व जिलाध्यक्ष स्व0 राजबहादुर यादव के सुपुत्र वर्तमान जिलाध्यक्ष अनुज सिंह यादव ने भावुक होते हुए उनकी यादें साझा की। हालांकि इस समय चित्रकूट की समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष सहित पूरी कमेटी हटा दी गई है लेकिन अभी भी अध्यक्ष की सारी जिम्मेदारी अनुज के हाथों में है।
अनुज बताते हैं कि चित्रकूट जिले से नेताजी को बहुत लगाव था। जब जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी चित्रकूट को हमेशा बिजली कटौती मुक्त रखा गया। मुख्यमंत्री रहते हुए वह रामायण मेले में भी आए थे। उन्होंने दावा किया कि हवाई पट्टी, यमुना नदी पर पुल, सौ बेड का जिला अस्पताल नेताजी की ही देन हैं। बताया कि जब तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने 6मई 97 को जिला बनाया तो इसका नाम छत्रपति शाहूजी महाराज नगर रख दिया था। इसके विरोध में उनके पिता ने चित्रकूट नाम बचाओ क्रमिक अनशन और प्रदर्शन किया था। तब नेताजी चुनाव प्रचार के लिए आए थे तो सीआईसी में उन्होंने आश्वासन दिया था कि अगर सपा की सरकार बनी तो वह जिले के साथ मंडल का भी नाम चित्रकूट कर देंगे। हालांकि सरकार बीजेपी की बनी । पर जिले का नाम चित्रकूट कर दिया गया।
अनुज यादव ने मुलायम की मौत पर भावुक होते हुए बताया कि जब उनके पिताजी का असामयिक निधन हुआ तो तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनको जिलाध्यक्ष मनोनीत कर दिया था, जबकि तब उनको राजनीति का ककहरा भी नहीं आता था। इसके पीछे अखिलेश के साथ साथ नेताजी की भी इच्छा थी कि पार्टी के प्रति समर्पण को देखते हुए स्वर्गीय राजबहादुर के पुत्र को एक बार जिम्मेदारी देनी चाहिए। अनुज कहते हैं कि उनको इस बात का संतोष है कि वह नेताजी और तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष की उम्मीदों पर ठीक उतरे। उनको भी नेताजी का स्नेह मिलता रहा।
धरती पुत्र मुलायम का दम –
धरती पुत्र मुलायम सिंह के नाम से मशहूर पहलवान नेता मुलायम सिंह उत्तर प्रदेश राजनीति के कद्दावर नेताओं में से थे। साथ ही देश की राजनीति को भी प्रभावित करते थे। वो तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे। आठ बार विधायक रहे। मुलायम सिंह सात बार सांसद भी रहे। केंद्र की राजनीति करते हुए वो एक बार देश के रक्षामंत्री भी रहे। साथ ही एक बार उन्होंने एमएलसी का चुनाव भी जीता।