बैठक में पदाधिकारियों को सौंपी गईं जिम्मेदारियां
आयोजक मरकजी कमेटी की बैठक में हुआ निर्णय
बांदा। (भानु प्रभात ब्यूरो) इस्लामी कलेंडर की रबिउस्सानी माह में चांद की 11वीं यानी (7 नवंबर) को जुलूस-ए-गौसिया निकाला जाएगा। छिपटहरी स्थित कार्यालय में खुद्दामे गौसो ख्वाजा मरकजी कमेटी ने बुधवार को इसकी तैयारियों को लेकर चर्चा की। इसमें पूर्व सालों से निर्धारित मार्गों से ही जुलूस निकालने और धार्मिक स्थलों के सामने नारेबाजी ने करने की अपील की गई। साथ ही पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
बैठक की सदारत (अध्यक्षता) करते हुए मौलाना शफीकुद्दीन ने कहा कि गौस-ए-आजम हजरत अब्दुल कादिर जीलानी की याद में हर वर्ष अरबी महीने रबी-उल-सानी की 11 तारीख (7 नवंबर यानि सोमवार) को जुलूस-ए-गौसिया निकाला जाता है।
उन्होंने बताया कि जुलूस छिपटहरी स्थित खानकाह दरगाह से दोपहर ढाई बजे रवाना होगा। जुलूस मर्दननाका, कुंजरहटी, मनोहरीगंज, डीएवी रोड, पत्थर फोड़ दरगाह, जिला परिषद, गोलगोठी, सट्टन तिराहा, हाथीखाना, ईदगाह रोड, बाबूलाल चौराहा, गूलरनाका, छावनी, सब्जी मंडी होता हुआ खानकाह दरगाह में समापन होगा। इसके बाद फातेहाख्वानी और तबर्रुख (प्रसाद) बांटा जाएगा।
मरकजी कमेटी सचिव मेराज अहमद हशमती ने कहा कि शरीयत के दायरे में रहकर अदबो-अदब के साथ जुलूस-ए-गौसिया में शिरकत करें कोई भी काम शरीयत को छोड़कर नही करना है। मरकजी कमेटी के पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी। मीडिया प्रभारी सैय्यद इमरान अली ने कहा कि हैवी साउंड और शस्त्र आदि लेकर शामिल होने पर पाबंदी है। किसी प्रकार सियासी या ऐसे नारे न लगाएं जो किसी भी समुदाय अथवा व्यक्ति विशेष को ठेस पहुंचाने वाले हों। 11 फिट से ऊंचे झंडे को जुलूस में शामिल नहीं किए जाएंगे।
बैठक में सरपरस्त हबीब बाबा, हाजी युसुफ, मोहम्मद नसीब, गौसुल इमरान, सै0 अख्तर अली, राशिद हुसैन, अरकान, अब्दुर्रहमान, मकसूद अली, सादिक अली, गुल मोहम्मद, मोहम्मद फारूख सहित एक दर्जन से अधिक कमेटियां व पदाधिकारी शामिल रहे।