सकुशल परीक्षा कराए जाने के लिए सभी कर्मचारियों का धन्यवाद – अपर जिलाधिकारी सुनंदू सुधाकरन
अपर जिलाधिकारी के नेतृत्व में परीक्षा सकुशल संपन्न, दूसरे दिन 6053 छात्र थे उपस्थित
चित्रकूट। (भानु प्रभात ब्यूरो) उत्तर प्रदेश राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा पीईटी दूसरे दिन भी जनपद में सकुशल संपन्न हो गई। जनपद में कुल अभ्यर्थियों की संख्या 17568 है। जिसमें शनिवार को 5952 अभ्यर्थी उपस्थित रहे साथ ही 2832 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी। रविवार को 8784 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। जिसमें से 6053 (68.91%) अभ्यर्थी ही उपस्थित रहे। बाकी 2731 (31.09%) परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी सुनंदु सुधाकरन ने शांतिपूर्ण, नकल विहीन और सकुशल परीक्षा कराए जाने के लिए सभी का धन्यवाद दिया।
रविवार को उत्तर प्रदेश राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित प्रारम्भिक अर्हता परीक्षा पीईटी का दूसरा दिन था। दूसरे दिन भी बिना किसी अप्रिय घटना के परीक्षा सकुशल संपन्न हो गई। गौरतलब है कि पीईटी परीक्षा हेतु आयोग द्वारा जिले के नोडल अधिकारी के रूप में अपर जिलाधिकारी सुनंदु सुधाकरन को नियुक्त किया था। इनके नेतृत्व में बिना किसी अप्रिय घटना के दोनों दिनों की परीक्षा सकुशल संपन्न हो गई।
आयोग द्वारा नामित जिले के नोडल अधिकारी/ अपर जिलाधिकारी सुनंदु सुधाकरन ने बताया कि जनपद में कुल 9 परीक्षा केंद्र बनाये गये थे। जिसमें कुल अभ्यर्थियों की संख्या 17568 है। आज 8784 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। जिसमें से 6053 (68.91%) अभ्यर्थी ही उपस्थित रहे। बाकी 2731 (31.09%) परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। शांतिपूर्ण और नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए 4 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 12 स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गयी थी। पीईटी परिक्षा के आयोग द्वारा नामित नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी सुनंदु सुधाकरन ने शांतिपूर्ण, नकल विहीन और सकुशल परीक्षा कराए जाने के लिए सभी का धन्यवाद दिया।
नोडल अधिकारी परिक्षा अपर जिलाधिकारी सुनंदु सुधाकरन द्वारा जिले में विभिन्न परिक्षा केंद्रों सुषमा इंटर कॉलेज, जनसेवा इंटर कॉलेज सहित सभी केंद्रो का भ्रमण कर निरीक्षण भी किया गया। जहां शांतिपूर्ण परीक्षा CCTV की निगरानी में चलती पायी गयी। पुलिस बल भी पर्याप्त और मुस्तैद रहा। दोनों दिन की परीक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही, नकल , या अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए नहीं पाया गया। सभी परीक्षा केंद्रों की सघन निगरानी हेतु कलेक्ट्रेट मुख्यालय में लाइव जिला कंट्रोल सेंटर बनाया गया था। जहां से क्षण प्रतिक्षण निगरानी रखी जा रही थी। किसी भी अप्रिय स्थिति में संबंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे।