पीसीएस अधिकारी का इंटरव्यू: सरकार हमें वेतन के रूप में इतना देती है कि कमीशन की जरूरत नहीं – विमलेश कुमार

Creation Tech चित्रकूट न्यूज

सरकारी सेवा के दस साल पूरे होने पर पीसीएस अधिकारी विमलेश कुमार से विशेष बातचीत

बोले – चुनौतियां तो नहीं लगती बस कोई लांछन न लगने पाए यही चुनौती है

चित्रकूट। (भानु प्रभात ब्यूरो) जनपद में कृषि रक्षा अधिकारी मऊ तथा भूमि संरक्षण अधिकारी कर्वी (द्वितीय) की अतिरिक्त जिम्मेदारी देख रहे पीसीएस अधिकारी विमलेश कुमार का आज 18 अक्तूबर से प्रशासनिक सेवा के एक दशक पूरे हो गए। वो ठेकेदारों को कहते हैं की हमें काम सही चाहिए। कमीशन के चक्कर में न पड़िए। आप के एक दो हजार के लिए हम अपनी नौकरी से खिलवाड़ नहीं करेंगे। सरकार हमें वेतन के रूप में इतना देती है कि कमीशन की जरूरत नहीं। इस मौके पर दैनिक भानु प्रभात के प्रधान संपादक भानू प्रताप ने उनसे अनौपचारिक बातचीत की, जिसमें उन्होंने खुलकर अपनी बातें रखीं, प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश-

प्रधान संपादक- आप किस जिले के हैं और किस बैच के प्रशासनिक अधिकारी हैं।

विमलेश कुमार – हम ग्राम करसहा, तहसील – तिर्वा के हैं, गृह जनपद हमारा कन्नौज है। हम
2009 पीसीएस बैच के है।

प्रधान संपादक- आपने किन किन जिलों में काम किया और पहली नियुक्ति किस जिले में हुई।

विमलेश कुमार- पहली नियुक्ति 18 अक्तूबर 2012 को कृषि प्रसार अधिकारी के रूप में हापुड में हुई थी। इसके बाद जालौन, फर्रुखाबाद होते हुए 2018 से अब तक प्रभु राम की तपोस्थली में काम करने का मौका मिला है।

प्रधान संपादक- आपको किस जिले में काम करने में सबसे ज्यादा चुनौती लगी और क्यों।

विमलेश कुमार – चुनौतियां मानों तो हर जगह होती हैं नहीं मानों तो कहीं नहीं होती हैं। हम अच्छे हैं तो सब अच्छे हैं।

प्रधान संपादक- आपको किस जिले में काम करके सबसे ज्यादा सुकून मिला और क्यों।

विमलेश कुमार – हमें सभी जनपदों में काम करके अच्छा लगा। कहीं पर कम या ज्यादा नहीं लगा। चाहे जहां पोस्टिंग हो रहना तो घर से बाहर ही है तो क्या अच्छा क्या खराब।

प्रधान संपादक- आपको अपने काम की प्रमुख चुनौतियां क्या लगती हैं।

विमलेश कुमार – हमें चुनौतियां तो नहीं लगती लेकिन एक जिम्मेदारी होती है की जब आप पद में हैं तो काम सब सही से हो। कोई लांछन न लगने पाए। क्योंकि अच्छा अच्छा सब पसंद करते हैं अगर कुछ कमी हो जाए तो सब एक दूसरे पर डालते हैं।

प्रधान संपादक- एक अधिकारी का निजी जीवन ड्यूटी की वजह से कितना प्रभावित होता है।

विमलेश कुमार – बहुत ज्यादा। कई बार तो परिवार वालों की नाराजगी भी झेलनी पड़ती है। त्योहारों पर जब लोग घर में होते हैं, हम अपनी फैमिली के पास नहीं पहुंच पाते हैं। निजी जीवन की खुशियों को कुर्बान करना पड़ता है। दिक्कतें तो होती हैं।

प्रधान संपादक- गरीब लोगों की जिंदगी को खुशहाल बनाने के लिए कुछ ऐसा किया, जिससे संतोष मिले।

विमलेश कुमार – 7 जुलाई को अभी चार्ज लिया है। भूमि संरक्षण विभाग की तरफ से कई योजनाएं चल रही है जिससे गरीबों और किसानों को बहुत फायदा होता है। एक योजना है खेत तालाब जिसमें 118000 रुपए शासन की तरफ से तालाब के लिए आता है साथ कुछ किसान को लगाना होता है। जिससे सिंचाई सहित मछली पालन के लिए भी काम किया जा सकता है। इस योजना से गरीब किसान अपने परिवार का भरण पोषण कर सकते हैं।

प्रधान संपादक- कोविड काल के दौरान कुछ ऐसा काम जो आपने किया हो।

विमलेश कुमार – पूरे कोविड़ काल में हम ड्यूटी में थे। बरगढ़ तथा मुर्का में बैरियल के निरीक्षण में ड्यूटी थी। टीकाकरण में ड्यूटी लगाई गई उसमें काम किया। कोविड़ काल में लोगों को जागरूक करने का काम किया।

प्रधान संपादक- फिलहाल मौजूदा जिम्मेदारी के बारे में कुछ बताइए।

विमलेश कुमार – मौजूदा समय में हम कृषि रक्षा अधिकारी मऊ तथा भूमि संरक्षण अधिकारी कर्वी द्वितीय के रूप में काम कर रहे हैं। भूमि संरक्षण विभाग में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत जल संरक्षण में खेत तालाब योजना चल रही है। इसके तहत 114000/ रुपए शासन की तरफ से किसानों को मिलते हैं। साथ ही इतना ही किसान को भी लगाना होता है। छोटे तालाब के लिए 52000/ रुपए अनुदान मिलता है तथा इतना ही किसान को लगाना होता है। इसके बन जाने से तालाब से सिंचाई कर सकते हैं। मछली पालन कर सकते हैं। तालाब की मेंड में पेड़ लगा सकते हैं। अरहर की फसल ले सकते हैं। इन सबसे लाभ लेकर परिवार को पाल सकते हैं।

सांकेतिक फोटो

प्रधान संपादक- चित्रकूट में काम करके कैसा लगा।

विमलेश कुमार – चित्रकूट भगवान श्री राम की तपोस्थली है यहां भगवान साढ़े ग्यारह वर्ष व्यतीत किए। यहां काम करके ऊर्जा मिलती है और कुछ ज्यादा अच्छा करने का जज्बा भी आता है। चित्रकूट में सब अच्छे लोग हैं, कभी कभी कुछ खराब लोगों से भेंट हो जाती है। हम सबको बोलते हैं की आप काम अच्छा कराओ हमें काम चाहिए। भूमि संरक्षण विभाग में बहुत सी गरीबों और किसानों के लिए अच्छी योजनाऐं हैं। जो हम सभी को देने का प्रयास कर रहे हैं। अभी सेवा जारी है, यहां की जनता से सहयोग अपेक्षित है।

प्रधान संपादक-आपको आगे के कार्यकाल की शुभकामनाएं।

विमलेश कुमार – धन्यवाद।

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