छेड़छाड़ को लेकर हुई पिटाई के बाद से घर से था लापता, पेड़ पर लटका मिला शव
परिजनों का आरोप – बाएं पैर से था दिव्यांग इससे पेड़ पर चढ़कर उसका आत्महत्या करना मुमकिन नहीं
बाँदा। (भानु प्रभात ब्यूरो) छेड़खानी के आरोप में पीटने के बाद लापता दिव्यांग ठेकेदार का शव गांव के बाहर संदिग्ध परिस्थितियों में रस्सी के फंदे से पेड़ पर लटका मिला। घरवालों ने बताया किशोरी के घर के लोगों ने उलाहना देने के साथ डंडों से पीटकर हत्या कर दी। बाद में उसे करीब 18 फिट ऊपर लटका दिया है। जबकि वह रात भर उसे खोजते रहे हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। बिसंडा कस्बा के ग्राम बनईपुर निवासी देवराज का 24 वर्षीय पुत्र दिव्यांग सुशील दिल्ली में मकान बनवाने की ठेकेदारी करता था। वहां से चार माह पहले वह लौटकर घर आया था।
रविवार रात करीब आठ बजे वह हमेशा की तरह घर से खाना खाने के बाद पिता की किराने की दुकान में लेटने जाने को कहकर निकला।इसके बाद वह लापता हो गया। ठेकेदार के मंझले भाई आशाराम व अन्य स्वजन के मुताबिक रात करीब नौ बजे गांव के एक परिवार के लोग घर उलाहना देने आए थे और ठेकेदार सुशील पर नाबालिग बेटी से छेड़खानी का आरोप लगा रहे थे। लोगों ने सुशील की पिटाई भी की थी। वह पूरी रात सुशील को खोजते रहे और सुबह गांव के बाहर गौतमपुर नाले के पास बबूल के पेड़ पर रस्सी के फंदे से उसका शव लटका मिला है।
घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई और मां राजाबाई बेटे का शव देखकर बेहाल हो गईं। आंख और चेहरे पर चोंट के निशान मिलने पर स्वजन ने हत्या का आरोप लगाया है। एक वर्ष पहले सड़क हादसे के बाद वह बाएं पैर से दिव्यांग हो गया था। इससे पेड़ पर चढ़कर उसका आत्महत्या करना मुमकिन नहीं है।डंडे से पीटकर हत्या करने के बाद उसका शव फांसी के फंदे पर लटकाने का आरोप लगाया।वह चार भाइयों में सबसे बड़ा और अविवाहित था। थाना प्रभारी कृपाशंकर मिश्रा ने बताया कि अभी मामला खुदकुशी करने का लग रहा है।फील्ड यूनिट से घटनास्थल की जांच कराई गई है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट हो जाएगा।