पेयजल परियोजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं – सुनंदु सुधाकरन
रैपुरा परियोजना में प्रतिदिन बिछ रही 3 किलोमीटर पाइप लाइन साथ ही हो रहे लगभग 300 कनेक्शन प्रतिदिन
चित्रकूट। (भानु प्रभात ब्यूरो) जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माणाधीन रैपुरा पाइप पेयजल परियोजना के इन्टेक वेल और डब्ल्यूटीपी का अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे ने इस सप्ताह में तीसरी बार स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि इन्टेक वेल का 78% काम हो गया था। एडीएम ने मौके पर पंप फ्लोर की स्लैब की कास्टिंग का कार्य गतिमान पाया। उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर तक इंटेकवेल को चालू कर टेस्टिंग शुरू होगी तथा वर्ष अंत तक दिसंबर में ही जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी।
सोमवार को एडीएम नमामि गंगे सुनंदु सुधाकरन ने निरीक्षण के बाद बताया कि पम्प तथा जनरेटर आदि इलेक्ट्रिकल मशीन इंटकवेल कार्य स्थल प़र प्राप्त हो चुके है। स्विचयार्ड भी बनकर तैयार हो गया है। साथ ही विद्युत संयोजन हेतु मीटर रूम भी तैयार कर लिया गया है। रा वाटर राइजिंग मेन का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है तथा गैप क्लोजिंग का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। 28 दिसंबर 2022 तक इंटेकवेल को चालू कर टेस्टिंग शुरू होगी तथा वर्ष अंत तक दिसम्बर 2022 तक जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी ।
एडीएम नमामि गंगे सुनंदु सुधाकरन ने द्वितीय स्थल डब्ल्यूटीपी का भी निरीक्षण किया। जहां पर 88% कार्य पूर्ण कर लिया गया था। सभी कंपोनेंट्स के सिविल का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। सीएलएफ के ब्रिज मैकेनिज्म के इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल आइटम्स की इंस्टॉलेशन भी पूर्ण कर लिया गया है। कास्केड ऐरोटर, फिल्टर हाउस, एम0सी0डब्ल्यू0आर0, केमिकल हाउस, बैक वाश सम्प, पंप हाउस, क्लोरीनेशन बिल्डिंग, स्लज सम्प तथा मीटर रूम का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जरूरी अवशेष इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल आइटम्स की आपूर्ति भी कार्यस्थल पर प्राप्त हो गयी है। फिल्टर हाउस में पाइप, वॉल्व, फिल्टर मीडिया आदि 3 दिनों के अंदर पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान उपस्थित कार्यदायी संस्था के डीजीएम द्वारा 30 दिसंबर तक डब्ल्यूटीपी को चालू करने का आश्वासन दिया गया। अन्यथा की स्थिति में अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे द्वारा आवश्यक करवाई करने की चेतावनी दी गई। उन्होंने बताया की कमिश्निंग वाले गांव में डिस्ट्रीब्यूशन लाइन व गृह नल संयोजन का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है। रैपुरा योजना में प्रतिदिन 3 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जा रही है तथा लगभग 300 कनेक्शन प्रतिदिन किए जा रहे हैं। शासन की मंशा को देखते हुए अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे द्वारा रैपुरा पेयजल परियोजना को 30 दिसंबर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए है।
अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे ने सभी आच्छादित ग्रामों के लोगों के आधार कार्ड आदि लेकर कनेक्सन देने के निर्देश दिये। अभी तक कुल करीब 1710 किमी की पेयजल पाइपलाइन पहाड़ों, पत्थरों, जंगलों में बिछायी जा चुकी है। भारत सरकार के इस महत्वपूर्ण पाइप पेयजल परियोजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नोडल विभाग जल निगम को इसकी समय-समय पर मॉनिटरिंग करते रहने का निर्देश दिया गया। साथ ही साथ जल निगम पीएमसी, टी पी आई एक एक इंजीनियर को मौके पर उपस्थित रहकर अपने दिशा निर्देशन में गुणवत्ता परक कार्य कराने के निर्देश दिए गए। अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे सुनंदु सुधाकरन ने कार्य का हर घंटे मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए है।