यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उद्योग लगाने के लिए एमओयू पर किया था हस्ताक्षर
https://danmark-aptk.com/koeb-str…गैस एजेंसी संचालक उद्यमी संजय अग्रवाल का यौनाचार का वीडियो कई दिनों से जिले में हो रहा है वायरल
चित्रकूट। (भानु प्रभात ब्यूरो) उपजिलाधिकारी मानिकपुर पर चरित्र प्रमाणपत्र जारी करने के लिए घूस मांगने का आरोप लगाने वाले व्यापारी का यौनाचार का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। मानिकपुर निवासी एक व्यक्ति ने व्यापारी पर कई आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से कड़ी कार्यवाही की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने सीओ मऊ को आरोपों की जांच करने को नियुक्त किया है। सीओ मऊ ने आरोपी को नोटिस जारी करके दो दिनों में जवाब देने को कहा है। गौरतलब है कि व्यापारी संजय अग्रवाल ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में चित्रकूट में 48 करोड़ रुपए की लागत से उद्योग लगाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किया था। मानिकपुर एसडीएम प्रमेश श्रीवास्तव के मुताबिक संजय अग्रवाल जिले के टॉप टेन अतिक्रमणकरियों में चौथे स्थान पर हैं। वहीं इस संबंध में आरोपी संजय अग्रवाल से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
मानिकपुर के शिवनगर निवासी कुलदीप द्विवेदी ने उद्यमी संजय अग्रवाल के ऊपर आरोप लगाते लगाते हुए जिलाधिकारी को कार्यवाही के लिए पत्र लिखा है। गौरतलब है की गैस एजेंसी संचालक का यौनाचार करते हुए का वीडियो कई दिनों से जिले में वायरल हो रहा है। कुलदीप ने आरोप लगाते हुए बताया कि संजय अग्रवाल पुत्र किशोरीलाल द्वारा अप्राकृतिक यौनाचार करके समाज का वातावरण दूषित किया जा रहा है। उन्होंने यौनाचार का वायरल वीडियो संलग्न करते हुए बताया की संजय अग्रवाल द्वारा अपनी गैस एजेंसी में नाबालिक लड़कों एवम महिलाओं को धन का लालच देकर दुष्कर्म किया जाता है।
जनपद का टॉप टेन में चौथे नंबर का अतिक्रमणकारी है संजय अग्रवाल – प्रमेश श्रीवास्तव
हाल ही में मानिकपुर एसडीएम प्रमेश श्रीवास्तव पर चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने के लिए संजय अग्रवाल ने एमओयू का दस प्रतिशत घूस मांगने का आरोप लगाया था। एमओयू 48 करोड़ का था, इसका दस प्रतिशत चार करोड़ अस्सी लाख रुपए घूस का आरोप प्रशासन पर लगाना सरासर ग़लत साबित होता है। पूरे जिले में मानिकपुर एसडीएम प्रमेश श्रीवास्तव अपने मिलनसार व्यक्तित्व एवम त्वरित न्याय के लिए चर्चित हैं। प्रमेश श्रीवास्तव तहसील मानिकपुर न्यूज नाम से बने व्हाट्सअप ग्रुप के एडमिन है। इस ग्रुप में आने वाली मानिकपुर की समस्यायों का तुरंत समाधान करते हुए उचित कार्यवाही करते हैं।
कहीं प्रशासन पर रौब के लिए तो नहीं किया था एमओयू पर हस्ताक्षर –
एजेंसी संचालक संजय अग्रवाल को पता था कि उनके चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने पर उनका अतिक्रमण पर चल रहा वाद आड़े आ ही जायेगा, और उनको उद्योग लगाने की अनुमति नहीं मिल पाएगी। पूरे जिले में एक चर्चा आम थी की कही चर्चा में आने के लिए तथा प्रशासन पर अपने ऊपर दबाव बनाने से बचने के लिए तो अतिक्रमणकारी संजय अग्रवाल ने एमओयू पर हस्ताक्षर नहीं किया था। गौरतलब है कि यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में संजय अग्रवाल ने 48 करोड़ के करार पर हस्ताक्षर किए थे।