टीवी में भूत-प्रेत के कार्यक्रम को देखकर लोग बाथरूम तक भी नहीं जाते डर के मारे, मनोरंजन के नाम पर सीरियल अंधविश्वास फैला कर लोगों के घर में कलह करवाते हैं
सास बहू की पट नहीं रही है, तो परिवार में यह घर कर जाता है कि किसी ने जादू टोना कर दिया, फिर पड़ जाते हैं बाबाओं के ढकोसलों में
डेस्क: (भानु प्रभात ब्यूरो) आजकल लोग मॉडर्न होने का दिखावा करते हैं जबकि, आज भी उन सब की सोंच पुरानी है लोग समझदार होते हुए भी बाबाओं के ढकोसलों में फंस कर अपना समय और धन बर्बाद कर रहे हैं और वैज्ञानिकता की सोच पर हंसते हैं। आजकल लोगों का बुद्धि परीक्षण का स्तर बहुत ही आडम्बरों में फंस कर रह गया है, यदि किसी की नौकरी नहीं लग रही है, किसी का बिजनेस ठप पड़ा है, सास बहू की एक दूसरे से पट नहीं रही है, तो परिवार के हर सदस्य के मन में यह घर कर जाता है, कि जरूर किसी ने घर में जादू टोना कर दिया है! फिर यह पड़ जाते हैं बाबाओं के ढकोसलों में। किसी बाबा ने कहा अपनी जन्मपत्री लेकर आओ और पत्री देखने के बाद वह बाबा लोग तरह-तरह की अंगूठियां बना देते हैं और कई तरह से हवन भी करवा लेते हैं और शुरू कर देते हैं अच्छा खासा पैसा वसूलने का तरीका।
कई लोग मॉडर्न होने के बाद भी दकियानूसी सोच पर चलते हैं, आजकल मॉडल दिखने वाली लड़कियां और नौजवान मोबाइल के जमाने में भी कामकाजी होते हुए भी, घर बाहर देखते हुए भी, इंटरनेट के जमाने में गूगल में अपनी परेशानियों का हल ढूंढने के लिए और घरेलू समस्याओं से निबटने के लिए, अपनी जन्मपत्री के लिए दिन रात नंबर खोजते रहते हैं और जादू टोने में सभी विश्वास करते हुए, बाबाओं और तांत्रिकों के पास जाकर अपना समय और ऊर्जा बर्बाद कर देते हैं। बहुत ही बुरी स्थिति समाज की होती जा रही है जो बहुत बड़ी विडंबना है।
अंधविश्वासों की जड़ अक्सर हमें पुराने रीति-रिवाजों में देखने मिलते हैं, जब दादा नानी कहानी किस्से में फलाना ने कुछ खिला दिए, फलाना ने कुछ कर दिया, भूत प्रेत के किस्से-कहानियां ऐसे सुनाया करते थे, जिस पर लोगों का विश्वास बढ़ जाता था। किसी ने खटिया पकड़ ली, किसी को रोग पकड़ लिया, किसी का धंधा चौपट हो गया, किसी का बच्चा बींमार पड़ गया, सपने में भूत आना, ऐसे किस्से सुनकर लोग विश्वास करने लगते थे, कुछ काल्पनिक पात्रों को अपने मन में जगह दे देते थे जैसे सब कुछ उन्हें भ्रम में भी सच दिखता था।
कुछ टीवी में आने वाले धारावाहिक युवा पीढ़ी को बर्बाद करते आए हैं, इसमें दिखाए जाने वाले सभी भूत-प्रेत के कार्यक्रम को देखकर लोग बाथरूम तक भी नहीं जाया करते डर के मारे और मनोरंजन के नाम पर ये सीरियल अंधविश्वास फैला कर लोगों के घर में कलह करवाते हैं। गृहस्थी को खराब करने वाली कहानियां, अंधविश्वास फैलाते साधु सन्यासी बाबाओं के किस्सें, बचपन में पढ़ी हुई भूत प्रेत, जादूगर, तांत्रिक, श्मशान में भटकती आत्माएं, इस तरह की भ्रांतियां समाज के हर इंसान को अंधविश्वास की ओर धकेल रही है। बनते कार्य बिगड़ रहे हैं, आडंबर में इंसान पागलपन का शिकार हो रहा है। यह अगला जन्म पिछला जन्म सब दकियानूसी बातें हैं लेकिन फिर भी लोग इस पर विश्वास करना चाहते हैं। पिछले जन्म का राज जानने के लिए लोग सम्मोहन शक्ति जैसी चीजों पर विश्वास करते हैं।
बच्चे भी यह सब देख कर रात में डर जाते हैं, उन्हें सपने में टीवी में देखे हुए हर एक चित्र भूत बनकर डराते हैं और और नींद में बच्चे बड़बड़ाते हैं, कि मैं मर जाऊंगा, या मर जाऊंगी। यह सब कोरी कल्पना ही है जिसका हकीकत से कोई वास्ता नहीं है, लोगों के मन में वहम पैदा करके यह बाबा, तांत्रिक मोटी रकम कमा रहे है। सोशल मीडिया में भी ऐसे ग्रुप बने हैं, जहां पर लोग ना चाहते हुए भी चले जाते हैं अपना भविष्य जानने के लिए। ऐसे बाबाओं की दुकानों को बंद करना आवश्यक है। सोचने वाली बात यह है कि लोग आज पढ़े लिखे होने के बावजूद भी बाबाओं के चक्कर में पड़ जाते हैं, यदि किसी बाबा ने कह दिया कि तुम्हारी पत्नी का पैर खराब है घर के लिए, तो पति घर आकर अपनी पत्नी को अपने कारोबार में होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेंदार ठहराने लगता है और अपनी पत्नी को भी बाबाओं द्वारा बताए गए उपायों को करने को कहता हैं, इसकी वजह से पति-पत्नी में कलह होते हैं, घर नर्क हो जाता है। मंगल अमंगल के चक्कर में फंसे युवा और युवतियाँ ना जाने कब इन अंधविश्वास से बाहर निकलेंगे? कई लोग डिप्रेशन तनाव और चिंताओं से ग्रस्त होने के कारण पागलपन का शिकार हो रहे है।
जागो! युवा शक्ति इन सब से बचने का प्रयास करो! आज वर्तमान में बहुत तरक्की हो रही है लेकिन सारे कार्य किसी कारणवश गलत हो रहे हैं, तो इसमें आप किसी को भी जिम्मेदार ना ठहराये। आप अपने अंदर की आत्मशक्ति को जगाए और स्वयं ही इसका निदान निकाले परिवार के साथ बैठकर। यदि आप सब इन सब चीजों से बचना चाहते हैं तो बाबा के चक्कर छोड़ दीजिए। आपको यदि मानसिक परेशानी है तो काउंसलिंग की सहायता लें, संयम से कार्य करें और यदि आप सपने के भय से परेशान हो रहे हैं, तो आप एक अच्छे डॉक्टर से अपना इलाज कराएं। बाबाओं के चक्कर में फंसने से अच्छा है कि आप अच्छी-अच्छी पुस्तक को पढ़े। बुद्धिमान व्यक्तियों के संपर्क में रहें, जो आपको सही सलाह देते हैं और आपकी समस्याओं का निदान बातों से करते हैं। हर समस्या का हल ढूंढा जा सकता है, निराश बिल्कुल नहीं होना चाहिए। मनोरोग चिकित्सक से आप अपना इलाज कराएं यदि आप को कोई मानसिक दिक्कत हो रही है। आपके अंधविश्वास का इलाज केवल एक डॉक्टर कर सकता है, पंडित और तांत्रिकों की कपोल कथा को झूठा साबित कर सकता है। बचने का प्रयास कीजिए, अपने परिवार को इन अंधविश्वासों से बाहर निकालिए और उसकी जड़ को नष्ट कीजिए, जो पारिवारिक कलह का कारण बनती है।
स्वरचित और मौलिक लेख
पूजा गुप्ता मिर्जापुर उत्तर प्रदेश