वार्ड 20: अध्यक्षों से अदावत…..अब अध्यक्ष बनने को तैयार “नेता”

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अतिक्रमण है सबसे बड़ी समस्या, सभासद बोले – नहीं मानता की है अतिक्रमण

सभासद पर लगते रहें हैं पैसे का लेनदेन का आरोप, वार्ड निवासियों ने आरोप नकारे

नामित सभासद अभिषेक मिश्रा सभासद के जुझारूपन से हैं संतुष्ट, बोले – हमारी पार्टी से चुनाव लडे तो देंगे साथ

अपनी बात – हमारी साप्ताहिक श्रृंखला “पोस्टमार्टम वार्ड का” को आपका भरपूर स्नेह मिल रहा है। इसके साथ ही हमारी वार्डों की स्थिति को लेकर की जाने वाली निष्पक्ष समीक्षा को भी सराहा जा रहा है। हमारा वादा है कि हम अपनी जिम्मेदारी इसी तरह पूरी करेंगे। चौथी कड़ी में प्रस्तुत है, वार्ड नं 20 (पुरानी बाजार) में विकास का जायजा…

खुली हुई नालियां

चित्रकूट (भानु प्रभात ब्यूरो)। विश्व के सर्वाधिक प्राचीन कहा जाने वाला बालाजी मंदिर, शहर के इकलौते पार्क के साथ कर्वी के प्रथम राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त रामायम मेला के शिल्पी स्व0आचार्य बाबू लाल गर्ग के नाम से पहचाने जाने वाले पुरानी बाजार के वार्ड नम्बर 20 में सफाई व मार्ग प्रकाश व्यवस्था के रंग कही उजले तो कही बदरंग दिखे। पिछले 20 सालों से सभासद की कुर्सी पर ” नेता” का कब्जा उसके जुझारू तेवरों के कारण है। फिलहाल पैसे के लेनदेन व अध्यक्ष के साथ पंगो के लिए मशहूर नेता पिछली बार कांग्रेस पार्टी से अध्यक्षी हारने के बाद इस बार फिर से खुद नगर पिता की कुर्सी के दावेदार है।

इस वार्ड के सभासद नगर पालिका के चर्चित सभासद हैं। हमारी टीम पूरे वार्ड में घूमी और अब तक में सबसे ज्यादा लोगों से बात की। वार्ड में दो लोगों को छोड़कर सफाई को लेकर किसी ने शिकायत नही की। हालांकि जिस व्यक्ति ने नाली सफाई न होने का आरोप लगाया उसी के घर के बगल में उसी दिन नाली सफाई हुई थी। डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लोगों ने बताया कि फॉगिंग हो चुकी है। वार्ड में जहां रोड़ नई बनी हुई है वहां नालियां ढकी हुई थी। बाकी सभी नालियां खुली हुई थी। वार्ड में सबसे बड़ी समस्या लोगों द्वारा नालियों के ऊपर कर लिए गए अतिक्रमण की है। वार्ड के कई लोगों ने इसकी शिकायत की। हालांकि सभासद सुशील श्रीवास्तव इसको अतिक्रमण नहीं मानते वो कहते हैं की ये अतिक्रमण नहीं है, लोग घर आने के लिए थोड़ा बहुत तो सीढ़ी बनाएंगे ही। फिर भी अगर किसी को समस्या है तो बताए की किस व्यक्ति ने ऐसा किया है तो चलकर उसको देखा जायेगा। जो भी सभी लोगों के हित में होगा वही किया जाएगा। नगर पालिका के नामित सभासद ने सभासद के जुझारू छवि से उनके पक्ष में दिखे।

कथित रूप से हुआ अतिक्रमण

लगभग 3200 वोटरों वाले वार्ड के सुशील श्रीवास्तव नगर पालिका परिषद कर्वी से अध्यक्ष पद के संभावित प्रत्याशी हैं। इनके द्वारा नगर पालिका से संबंधित कई अनशन किए गए लेकिन सबसे चर्चित अनशन साफ पानी को लेकर रहा। कर्वी नगर के सभी लोग जब गंदा और गोबर मटमैला पानी पी रहे थे। जिससे बीमारी का खतरा बढ़ गया था। तब इनके द्वारा शासन प्रशासन को आगाह किया गया था कि नदी से एक डेरी के द्वारा गोबर बहने के कारण ही मटमैला, गोबर युक्त, पीला पानी घरों में आ रहा है। अनेकों बार शिकायत के बाद भी जब प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, तो सुशील श्रीवास्तव और उनके सहयोगी सभासदों द्वारा पहले क्रमिक अनशन पर बैठे, फिर जब शासन प्रशासन ने नहीं सुना तो भूख हड़ताल शुरू कर दिया। तब शासन ने जाॕच कर नियमानुसार कायॕवाही की फिर अनशन करने वाले सभी लोगों के ऊपर मानहानि का मुकदमा हुआ। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मानहानि के मुकदमा को खारिज कर दिया। फिर सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा गया और सुप्रीम कोर्ट ने इस मुकदमे को बहाल कर दिया आज भी तारीख जनपद न्यायालय में चल रही है।

नामित सभासद अभिषेक मिश्रा

भाजपा नेता दिखे सभासद से खुश –

नगर पालिका के नामित सभासद एवम वरिष्ठ भाजपा नेता अभिषेक कुमार मिश्रा अपने वार्ड के सभासद से बहुत संतुष्ट दिखे। बोले सभासद के जुझारू पन के कारण ही उनके घर के सामने की रोड़ बन सकी है। ये वार्ड की समस्या को लेकर अनवरत लड़ते है। अगर ये हमारी पार्टी से आके चुनाव लड़ते है तो हम इनके कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलेंगे। लेनदेन के आरोपों पर बोले की मेरे निजी अनुभव के हिसाब से ऐसा कुछ भी नही है।

सभासद के ऊपर लगते रहते हैं पैसे के लेनदेन का आरोप –

नगरपालिका के सभासद सुशील श्रीवास्तव पर उनके विरोधी हमेशा पैसे के लिए विरोध का आरोप लगाते रहते हैं। वार्ड की समस्यायों को लेकर करने वाले उनके अनशन को जहां एक ओर जनता अच्छा मानती है वहीं दूसरी ओर विरोधी उसको दबाव बनाने की रणनीति मानते हैं। हालाकि वार्ड के निवासी सभी लोग सभासद के अनशन को सही मानते हैं और विरोधियों के आरोपों को सीधा खारिज करते हैं।

ये कहना है वार्ड के बाशिंदों का –

वार्ड 20 की शाहजहां बेगम ने बताया कि नालियां समय से साफ होती हैं। सभासद को कुछ भी कहो तो तुरंत सुनते हैं, औरों का नहीं पता लेकिन हम नेता को ही सभासद फिर से बनाएंगे।

शाहजहां बेगम

पासी मुहल्ले के पीछे दिलीप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नालियां कम साफ होती हैं, कचड़े की भी समस्या बताई। कहा की अन्ना जानवर की बड़ी समस्या है इनसे दुर्घटना होती है। फॉगिंग नहीं हुई, मच्छरों की वजह से डेंगू की बीमारी बढ़ रही है। सभासद के बारे में बोले की वार्ड का ध्यान कम देते हैं आते हैं तो यहां से निकल जाते हैं।

दिलीप श्रीवास्तव

पुरानी अस्पताल के पीछे के राहुल साहू ने तो नाली खुली होना जरूरी बताया। बोले नाली खुली होने से सफाई अच्छे से हो जाती है। ढकी होने से नाली जाम हो जाती है और सफाई अच्छे से नही हो पाती। सभासद के लिए बोले वो लगातार 20 सालों से सभासद हैं, अगर अच्छा काम नहीं कराते तो क्यों बन पाते। पैसे के लेनदेन को लेकर लगते आरोप पर बोले की ऐसा नही हो सकता।

राहुल साहू

शीतल वैध जी की क्लीनिक के सामने के हरिकृष्ण सोनी बताते हैं कि लोगों द्वारा रोड़ में अतिक्रमण किया गया है इसके लिए सभासद से बोले तो उन्होंने आश्वस्त किया है कि बोर्ड में ये प्रस्ताव रखेंगे। हालांकि सभासद इसे अतिक्रमण नहीं मानते बोलते है की घर में जाने के लिए सीढ़ी तो रखी ही जाएगी।

हरिकृष्ण सोनी

पुरानी अस्पताल के पीछे माथुर गली के अशोक श्रीवास्तव ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या पार्क की दयनीय स्थिति है। झूले टूट गए हैं। उन्होंने सभी चुनाव लडने वाले प्रत्याशियों से लेकर सभी जिम्मेदारों से अपील की कि बच्चों के पार्क को अच्छा और मजबूत बनाएं। हालांकि ये पार्क वार्ड 21 में आता है। उन्होंने भी लोगों द्वारा नाली पर अतिक्रमण की शिकायत की बोले लोगों द्वारा नाली पर कब्जा करना सोचनीय है। सभासद के अनशन को लेकर बोले की उनकी बात पालिका में नही सुनने की वजह से करते हैं। पैसे लेने को लेकर लग रहे आरोप को बोले ऐसा हमारी जानकारी में नही है।

अशोक श्रीवास्तव

नगर पालिका के नामित सभासद एवम वरिष्ठ भाजपा नेता अभिषेक कुमार मिश्रा अपने वार्ड के सभासद से बहुत संतुष्ट दिखे। बोले सभासद के जुझारू पन के कारण ही उनके घर के सामने की रोड़ बन सकी है। ये वार्ड की समस्या को लेकर अनवरत लड़ते है। अगर ये हमारी पार्टी से आके चुनाव लड़ते है तो हम इनके कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलेंगे। पैसे को लेकर दबाव बनाने के लिए अनशन करने के सवाल पर बोले की आरोप तो लगते रहते हैं, मेरे निजी अनुभव से ऐसा कुछ भी नही समझ आया है।

पूनम साहू

वार्ड की ही पूनम साहू बताती हैं कि साफ सफाई रोज होती है। सभासद से जो भी समस्या बताओ वो तुरंत सुन कर हल कर देते हैं। जबकि उनके घर के सामने की रोड़ कच्ची थी, हालांकि बाद में पता चला कि वो पारिवारिक विवाद के कारण नही बनी।

पासी मुहल्ले के कुछ लोग जो मूर्ति के व्यवसाय से जुड़े हैं उनके पास पूछने पर रामसागर बौरिया, गुग्गू, नारायण बोरिया, रवि आदि बताते हैं कि सभासद के रूप में इनका काम देख चुके हैं अब एक बार इन्हें नगर पालिका अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं। इनके अध्यक्ष बनने से पूरे शहर में सभी दबे, कुचले, गरीबों की आवाज सुनी जाएगी।

पासी मुहल्ले के लोग

जिस रोड़ को लेकर सभासद अनशन में बैठने वाले थे वो रोड बनना शुरू हो चुकी है। उसी रोड़ के आलोक सिंह चौहान बताते हैं कि पानी बरसने पर नालियां जाम हो जाती हैं। हालांकि हंसते हुए कहते हैं की इस समय नगरपालिका एक्सन मूड में दिख रही है। चारों तरफ काम चल रहा है। इस रोड़ के बनने से पूरे मोहल्ले के लोगों को फायदा होगा। सभासद ठीक हैं।

आलोक चौहान

वार्ड के पूर्व सभासद प्रतिनिधि हरी श्रीवास्तव ने वार्ड में लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण का मुद्दा उठाया। बोले दोनों तरफ से सीढ़ी उतार लेने से रास्ता छोटा हो जाता है। चार पहिया वाहन नही आ पाता, सबसे ज्यादा दिक्कतें बीमार व्यक्ति को होती है। दरवाजे तक एंबुलेंस नही पहुंच पाती।

सभासद ने इन कामों का दावा किया –

(1) वार्ड में हरीकृष्ण सोनी के मकान से भरत निगम के घर के सामने तक नाली का निर्माण कराया गया

(2) कैलाश श्रीवास्तव के घर से मट्टू साहू के घर के आगे तक आरसीसी सड़क व नाली का निर्माण कराया गया।

(3) चित्रगुप्त मंदिर के पास नाली व चौराहे का निर्माण कराया गया

(4) छोटा कारीगर के घर से अखिलेश श्रीवास्तव एडवोकेट के घर तक इंटर लॉकिंग रोड का निर्माण कराया गया

(5) संतोष साहू कोटेदार के सामने कुएं में जाल लगवाए गया

(6) प्रकाश व्यवस्था हेतु पोल की व्यवस्था कराई गई जिससे प्रकाश व्यवस्था चाक-चौबंद हो सके

(7) डॉक्टर सोमदत्त मिश्रा के घर से कादिर भाई के घर के सामने तक बंद नाली का निर्माण कराया गया

(8) वर्तमान में दुर्गा देवी मंदिर से मनोज मोहन गर्ग के घर तक सड़क व नाली का काम प्रारंभ है। इस कार्य में कुछ चुने हुए लोग फर्जी रंग लगवा रहे थे पत्र के माध्यम से की यदि यह रोड नहीं बने तो मुझे इस क्षेत्र से वोट मिल जाए और यह सब से कहूं कि सुशील श्रीवास्तव काम इसलिए नहीं करा पाया कि ठेकेदार से कमीशन मांग रहा था। परंतु इस रोड के लिए मैं भी अपनी प्रतिष्ठा लगाए था और फर्जी पत्र व फर्जी शिकायत की जांच कराने के लिए मैं अनशन पर बैठ गया था। इसके बाद मेरा कार्य शुरू हो सका। 

(9) मोहन पटेल कल्लू के घर के सामने स्वर्गीय मकसूदन जी के घर के सामने दीपक श्रीवास्तव के घर के सामने मेरे द्वारा हेड पंप की व्यवस्था कराई गई।

(10) बालाजी मंदिर से राजेश श्रीवास्तव के घर तक सीसी रोड व नाली का निर्माण

(सभासद सुशील श्रीवास्तव)

सुशील श्रीवास्तव मौजूदा समय में बीएसपी की राजनीति कर रहे हैं। पिछले निकाय चुनाव में इनकी पत्नी सावित्री श्रीवास्तव कांग्रेस से नगर पालिका अध्यक्ष की प्रत्याशी थी। इस बार भी ये अध्यक्ष पद के बीएसपी से संभावित उम्मीदवार हैं। जब वार्ड के बारे में सभासद सुशील श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि चित्रकूट धाम नगर पालिका परिषद में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए वो सदैव आगे रहे हैं, साथ ही शासन के धन को बंदरबांट करने से रोका है। मेरे वार्ड के साथ जब सौतेला व्यवहार किया गया, तब मेरे द्वारा शासन प्रशासन को अवगत कराया गया। उसके बाद भी जब कार्यवाही नहीं हुई, तो पालिका कार्यालय के सामने आत्मदाह करने कि मेरे द्वारा कोशिश की गई। पुलिस के आला अधिकारियों ने मुझे मिट्टी के तेल डालने के बाद गिरफ्तार कर लिया और रात को 50 हजार की जमानत पर 6 महीना के लिए प्रतिबंध करते हुए रिहा किया। जब 6 माह समाप्त हो गए तब नगर पालिका में फिर से भ्रष्टाचार कि 8 बिंदुओं में शिकायत की जांच के लिए लड़ना शुरू किया। जिसमें हाईकोर्ट तक जांच के लिए रिट दायर करना पड़ा। तब कहीं जाकर प्रशासन ने 3 सदस्य टीम बनाकर जांच कर प्रशासन को भेजा, जो जांच प्रशासन में आज भी लंबित है। इसके बाद नगर पालिका अध्यक्ष ने शासन के नियम को ताक में रखते हुए गोबर को अपने निजी कार्यों में उपयोग लेने हेतु ले गए। जिसकी जांच के लिए मैंने प्रयास किया और अनशन पर भी बैठा तब कहीं जांच संभव हुई। कर्वी नगर के सभी लोग जब गंदा और गोबर मटमैला पानी पी रहे थे। जिससे बीमारी का खतरा बढ़ गया था। तब मेरे द्वारा शासन प्रशासन को आगाह किया गया है कि नदी से एक डेरी के द्वारा गोबर बहने के कारण ही मटमैला, गोबर युक्त, पीला पानी घरों में आ रहा है। अनेकों बार शिकायत के बाद भी जब प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, तो मेरे द्वारा अपने साथियों सहित पहले क्रमिक अनशन पर बैठा, फिर जब शासन प्रशासन ने नहीं सुना तो भूख हड़ताल पर बैठा। तब शासन ने जाॕच कर नियमानुसार कायॕवाही की फिर हम लोगों के ऊपर मानहानि का मुकदमा हुआ इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मानहानि का मुकदमा को खारिज कर दिया। फिर सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा गया और सुप्रीम कोर्ट ने इस मुकदमे को बहाल कर दिया आज भी तारीख जनपद न्यायालय में जनता के हित की लड़ाई लड़ने की चल रही है। अध्यक्ष नगर पालिका द्वारा किए गए कार्यों का सदैव मेरे द्वारा विरोध किया गया जिससे खुन्नस खाकर मेरे वार्ड के कार्यों को निरस्त किया। मैंने अपने वार्ड के कार्य करवाने के लिए शासन प्रशासन को फिर से पत्र लिखा सुनवाई ना होने पर अनशन पर बैठने की बात कही। तब प्रशासन ने अनशन के बैठने के 1 दिन पहले ही मुझे कार्यालय से रात 7:00 बजे गिरफ्तार करके कोतवाली ले गए और कोतवाली में लगभग 4 घंटे में मुझे बैठाया गया। उसके बाद सीओ महोदय और एसडीएम सदर से बात होने के बाद मेरे वार्ड का कार्य शुरू होने की बात करते हुए मुझे रिहा किया गया और कहा गया कि आप के वार्ड का कार्य शुरू हो जाएगा अनशन मत करिएगा। 

सफाई हुई नाली

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