चीन को 75 हजार करोड़ के व्यापार का हुआ नुकसान – सुशील शिवहरे
“सस्ता ही ज्यादा बिकेगा” की अवधारणा ग्राहकों ने की खतम, अब ग्राहक सामान की क्वालिटी पर दे रहे ध्यान
चित्रकूट। (भानु प्रभात ब्यूरो) कई वर्ष के बाद इस दिवाली त्यौहार की खरीदी सीजन ने पिछले अनेक वर्षों की दिवाली की बिक्री के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस वर्ष के दिवाली त्यौहार के सीजन में देश के ऑफलाइन ट्रेड में एक अनुमान के अनुसार लगभग 1 .75 लाख करोड़ का व्यापार हुआ जो पिछले वर्ष के मुकाबले 40% से अधिक है। वर्ष 2021 में यह आंकड़ा 1.25 लाख करोड़ का था। व्यापारी संगठन कैट के चित्रकूट जिलाध्यक्ष सुशील शिवहरे ने खुशी जाहिर करते हुए बताया की इस बार के त्यौहार में ग्राहकों का जोर भारत में निर्मित उत्पादों की खरीद में ही रहा, जिसके चलते चीनी सामान बाज़ारों से लगभग नदारद ही रहा। जिस वजह से चीन को लगभग 75 हजार करोड़ से ज्यादा के व्यापार का नुकसान भारतीय व्यापारियों ने दिया। इससे साफ़ जाहिर होता है की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल एवं आत्मनिर्भर भारत की अपील का देश भर में व्यापक असर देखने को मिला है।
व्यापारी संगठन कैट के चित्रकूट अध्यक्ष सुशील शिवहरे ने आज जारी एक वक्तव्य में बताया की दिवाली पर इतने बड़े पैमाने पर देश के व्यापारियों द्वारा किया गया व्यापार और बाज़ारों में जिस तरह से ग्राहकों की भीड़ उमड़ी, उसने इस मिथक को तोड़ दिया की ई कॉमर्स व्यापार जल्दी ही देश के रिटेल व्यापार में अपनी पैठ बना लेगा। इस बड़े व्यापार से यह भी स्पष्ट हो गया की “सस्ता ही ज्यादा बिकेगा” की अवधारणा का अब ग्राहकों की खरीदी व्यवहार में कोई स्थान नहीं है बल्कि अब ग्राहक सामान की क्वालिटी पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
सुशील शिवहरे ने बताया की दिवाली की बिक्री के बाद अब व्यापारी शादियों के सीजन की बिक्री की तैयारियों में जुट गए हैं। और उम्मीद है की क्योंकि इस वर्ष कोरोना के कोई प्रतिबन्ध नहीं है इसलिए शादियां भी बड़े धूम धाम से होंगी। जिससे भी व्यापार में बड़ी वृद्धि होगी। इस बार शादियों का सीजन 4 नवम्बर से शुरू हो रहा है, जिसका पहला चरण 14 दिसंबर तक चलेगा। फिर वापिस एक महीने अंतराल के बाद 14 जनवरी से शादियों के सीजन का दूसरा चरण शुरू होगा। श्री शिवहरे ने बताया की व्यापारी संगठन कैट द्वारा जारी यह आंकड़े कैट की रिसर्च विंग कैट रिसर्च एवं ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा देश के 30 शहरों में किये गए एक सर्वे के आधार पर हैं। यह सर्वे 26 सितम्बर से 26 अक्टूबर के दौरान लगातार विभिन्न चरणों में किया गया।
कैसे हुआ सर्वे –
व्यापारी संगठन कैट ने यह सर्वे दिल्ली, मुंबई, पुणे, नागपुर, सूरत, अहमदाबाद, भोपाल, इंदौर, कलकत्ता, हैदराबाद,चेन्नई, पॉन्डिचेरी, बंगलोर, रायपुर, रांची, भुवनेश्वर, जयपुर, लखनऊ, कानपुर, झाँसी, वाराणसी, तिनसुकिया, जम्मू, जमशेदपुर, तिरुअनंतपुरम, पटना, चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना एवं गुड़गांव में किया। सर्वे में यह भी ध्यान में आया की इस बार दिवाली खरीद में टियर 2 एवं टियर 3 शहर, शहरीकृत ग्रामीण क्षेत्र आदि के व्यापारियों ने अपने नजदीक के शहरों से खूब खरीदारी की। वहीँ महानगरों एवं बड़े शहरों के थोक व्यापारियों ने भी बड़ी मात्रा में अंतराज्यीय बिक्री की। देश भर में रिटेल बाज़ारों में स्थानीय ग्राहकों ने भी दिल खोलकर खरीदारी की और कमोबेश महंगाई का कोई ख़ास असर ग्राहकों की खरीदी पर नहीं पड़ा क्योंकि हर वर्ग की जरूरत के हिसाब से सामान की खूब बिक्री हुई।