सरकार गौसे आजम ने इल्म सीखने के दौरान सच बोलकर 40 डाकुओं को सच्चा मार्ग दिखाया – मौलाना शफीकुद्दीन
नातिया कलाम से सराबोर रहा शहर
बाँदा। (भानु प्रभात ब्यूरो) इस्लामी कैलेंडर के रबी उस्सानी माह की 11वीं तारीख को निकलने वाला जुलूसे गौसिया परंपरागत रस्मों-रिवाज के साथ सोमवार को निकाला गया। विभिन्न विशेष पोशाकों में सजे युवक और बच्चे फिरोजी परचम और झांकियों के साथ शामिल हुए। दोपहर बाद कोतवाली रोड स्थित दरगाह खानकाह से मरकजी कमेटी पदाधिकारियों और खानकाह के सज्जादा नशीन सैय्यद फैजान मियां ने झंडी दिखाकर जुलूस रवाना किया। शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ दरगाह में फतेहाख्वानी जुलूस का समापन हुआ।
हजरत अब्दुल कादिर जिलानी बगदादी रजी अल्लाह अन्हु सल्लल्लाहो अलैह वसल्लम की आमद की खुशी में खुद्दामें गौसो ख्वाजा मरकजी कमेटी ने शहर में जुलूसे गौसिया निकाला। इसमें पढ़े गए नातिया कलाम से शहर सराबोर रहा। सदर (अध्यक्ष) मौलाना शफीकुद्दीन ने कहा कि गौसे आजम वलियों के सरदार हैं।गौसे आजम ने अपनी जिंदगी में मुस्तफा का काम किया।
उन्होंने कहा कि सरकार गौसे आजम ने इल्म सीखने के दौरान सच बोलकर 40 डाकुओं को सच्चा मार्ग दिखाया। हाफिज जकी खां नूरी ने कहा कि उन्होंने अल्लाह का प्यारे रसूल का लोगों को पैगाम दिया। वह पूरी रात अल्लाह की इबादत किया करते थे। उन्होंने पूरी जिंदगी लोगों की भलाई की। जुलूस दोपहर बाद शहर के छिपटहरी, मर्दन नाका, कुंजरहटी, बारी मोहाल, गोल कोठी,हाथी खाना,ईदगाह चौराहा,गूलरनाका और छावनी आदि मार्गों से होता हुआ देर शाम खानकाह परिसर में समाप्त हुआ।
जगह-जगह पंडाल लगाकर जुलूस का स्वागत किया गया। डीजे पर धार्मिक नात के गीत फिरोजी परचम और झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। जुलूस में सरपरस्त हबीब बाबा, सचिव मेराज हश्मती,उप सचिव शीबू न्याजी, मीडिया प्रभारी सैय्यद इमरान अली, मोहम्मद फारूख,मोहम्मद नसीब, अब्दुर्रहमान,अफजाल कादरी, हाजी युसुफ,गौसुल इमरान, राशिद हुसैन, अरकान, असगर अली इत्यादि ने व्यवस्था संभाली।इसी के साथ 11वीं की फातेहा ख्वानी का सिलसिला शुरू हुआ।यह पूरे 20 दिन चलेगा।