नानाजी की परिकल्पना को पूरा करने के लिये सरकारें अहम् भूमिका निभायेंगी- बीरेंद्र खटीक
चित्रकूट तथा मझगवां क्षेत्र के 100 से अधिक विद्यालयों के विद्यार्थियों ने प्रतिभा खोज में लिया भाग
ग्रामोदय मेला में मंत्री गणों ने ग्रामीण विकास से जुडे माॅडलों को सराहा
चित्रकूट। (भानु प्रभात ब्यूरो) भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र खटीक सोमवार की सुबह चित्रकूट पहुंचे। सियाराम कुटीर पहुंचकर नानाजी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद ग्रामोदय मेले में पहुँचे और मेला परिसर का जायजा लिया। मेले में मौजूद आकर्षण का केन्द्र बना हुआ 10 करोड का गोलू-टू नामक भैसे के पास भी गये। साथ ही चित्रकूट तथा मझगवां क्षेत्र के 100 से अधिक विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग ग्रामोदय मेला के प्रतिभा खोज में भाग लिया। मेले में 50 हजार का बकरा भी आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
सोमवार को केन्द्रीय मंत्री बीरेंद्र खटीक ने कहा कि मनुष्य को तन और मन से सदैव स्वस्थ रहना चाहिये। जो कि आज के परिवेश में अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ग्रामोदय मेला ही भारत का भविष्य है और सरकारों के हर विभाग को इस मेले से सीख लेनी चाहिये। इस मेले को गुरू बनाना चाहिये। और नानाजी ने जो सपना देखा था वह अब व्यापक रूप ले चुका है। नानाजी भले ही शरीर से आज हमारे बीच न हों पर ये ग्रामोदय मेला इस बात का सदैव एहसास कराता हैं कि नानाजी देशमुख आज भी हमारे पास हैं। नानाजी की परिकल्पना को पूरा करने के लिये सरकारें अहम् भूमिका निभायेंगी।
ग्रामोदय मेले में ‘प्रतिभा‘ की खोज सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन –
चित्रकूट में ‘ग्रामोदय मेला‘ के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। प्रथम दिन सुरेन्द्रपाॅल ग्रामोदय विद्यालय में चित्रकूट तथा मझगवां क्षेत्र के 100 से अधिक विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया।जिसमें प्रथम दिन मेंहदी में 320, रंगोली में 432 तथा कलश सज्जा में 124 विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों के स्तर को ध्यान में रखकर प्रतियोगिता को माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक तथा महाविद्यालय समूहों में करायी गयी। दूसरे दिन चित्रकला प्रतियोगिता में 260 व निबंध प्रतियोगिता में 380 बच्चों ने सहभागिता की। चित्रकला प्रतियोगिता में चित्रकूट के प्राकृतिक दृश्य या ग्रामीण परिवेश तथा नशा उन्मूलन व कोई ऐतिहासिक या पौराणिक गाथा विषय पर वर्ग सह प्रतियोगिता आयोजित की गई। निबंध के विषय मां मंदाकिनी नदी का संरक्षण एवं संवर्धन तथा स्वाधीनता संग्राम में स्थानीय क्रांतिकारियों एवं महापुरुषों का योगदान व भारत रत्न नानाजी देशमुख का व्यक्तित्व व कृतित्व विषय रखे गये।
स्वस्थ पशु प्रतियोगिता में पशुपालकों को किया गया पुरस्कृत –
चित्रकूट ग्रामोदय मेले के दूसरे दिन स्वस्थ्य पशु प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद के विभिन्न ग्रामों से किसान पशु पालकों ने अपने पशुओं के साथ प्रतिभाग किया। राम सैय्या के पशुपालक योगेश जैन अपने साथ गिरी नस्ल की नंदिनी गाय लेकर आए थे जिसकी उम्र 9 वर्ष है जो प्रतिदिन 17 लीटर दूध देती है और इसकी कीमत लगभग ₹3 लाख बताई। भागलपुर के किसान देव कुमार अपने बकरे कल्लू को लेकर आए थे जो लगभग 1 वर्ष 8 माह का है और इसकी कीमत उन्होंने लगभग ₹25000 रुपए बताइ जो शुद्ध देसी नस्ल का बकरा है।
पाल देव के किसान राम लखन किसानी के साथ मुर्गी पालन का कार्य करते हैं वे कड़कनाथ नस्ल के मुर्गी – मुर्गा लेकर आए थे उन्होंने बताया कि वे 5 साल से मुर्गी पालन का कार्य कर रहे हैं और एक मुर्गा लगभग 14 से 15 सौ रुपए में बिक जाते है और यह आमदनी का अच्छा स्रोत है।बरुआ के किसान महेंद्र सिंह अपने 2 वर्ष के सिरोही नस्ल के बकरे को लेकर आए थे जिसकी कीमत उन्होंने लगभग ₹50000 बताई। भगनपुर के किसान राजेंद्र अपने बकरे को लेकर आये थे जो कि यमुनापारी सिरोही नस्ल की क्रॉस ब्रीड है उसकी कीमत ₹25000 बताई।इसके अतिरिक्त अनेक पशुपालक किसान अपने अपने पशु जिसमे बकरी, गाय, बैल व भैंसों को लेकर प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। डॉ राम प्रकाश शर्मा के निर्देशन में डॉ प्रमोद कुमार शर्मा उपसंचालक पशु स्वास्थ्य सेवा सतना, डॉ आरडी पटेल, डीके गुप्ता, डॉ संदीप शुक्ला, डॉ एसके वर्मा, डॉ उमेश कुमार शुक्ला, डॉ सूर्यवीर सिंह आदि ने पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर पशुपालकों को पुरस्कृत किया गया।
ग्रामोदय मेला में मंत्री गणों ने ग्रामीण विकास से जुडे माॅडलों को सराहा –
भारत रत्न नानाजी देशमुख की 106 वीं जयंती पर आयोजित चार दिवसीय मेले के दौरान दूसरे दिन केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र खटीक के अलावा मध्य प्रदेश सरकार के कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल एवं मध्य प्रदेश गृह निर्माण अधोसंरचना के चेयरमैन आशुतोष तिवारी, भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) भोपाल से सौरभ मिश्रा आदि ने मेले में उपस्थित होकर लोगों का उत्साह बढ़ाया। चार दिनों के इस मेले में शासकीय एवं अर्धशासकीय संस्थाओं द्वारा विकास प्रदर्शनी लगायी गयी है। विकास प्रदर्शनी में लगाये स्टालों को देखकर मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने प्रदर्शनी की सराहना की तथा कहा कि ऐसे आयोजनों से शासकीय योजनाओं की नवीन जानकारियों का ज्ञान जनमानस को होता है। उन्होंने ग्रामोदय मेला में लगायी गयी विकास प्रदर्शनी के स्टालों में रूचि पूर्वक जानकारी ली उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों को देखा व ग्रामीण विकास से जुडे कार्यक्रमों से सम्बधित विभिन्न माॅडलों और नवीन प्रयोगों को भी देखा।
मध्य प्रदेश गृह निर्माण अधोसंरचना के चेयरमैन आशुतोष तिवारी ने ग्रामोदय मेला का भ्रमण कर आयोजन की सराहना की तथा कहा कि ग्रामोदय मेला से लोगों में विकास के प्रति जागरूकता एवं नवाचार को ग्रामीणों को देखने का अवसर मिला है। प्रसन्नता का विषय है कि राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख की इस कर्मभूमि में नयी-नयी जानकारियां हांसिल हो रही हैं। सबके प्रिय नानाजी ने जिस भावना और दर्शन के साथ इस क्षेत्र के विकास का बीड़ा उठाया था। उसकी सफलता आज मेले में देखने को मिल रही है। गांव -गांव से लोग पहुँच रहे हैं, तथा नानाजी के प्रति अपनी आत्मीय श्रंद्धाजली एवं अनुभव व यादे आपस में व्यक्त कर रहे हैं। देश के अन्य लोगों को सीखने के लिये यह अच्छा अवसर है।